Tratak meditation
part - 1
त्राटक मैडिटेशन आप की पूरी ज़िन्दगी बदल सकता है ! आप का दिमाग सुपर पावर का भंडार है ! दिमाग की शक्ति को विकसित करने का आसान तरीका त्राटक है !
त्राटक का मतलब एकटक देखने की विधि है ! ऊपर सम्मोहन चक्र दिया गया है उस चक्र को आपको एकटक बिंदु पर देखना है !
समय पर त्राटक किया जाये तो इसके कई लाभ आप को अपनी लाइफ मे देखने मिलेंगे !
त्राटक से आप की सोचने समझने की शक्ति बढ़ेगी ! सम्मोहन की शक्ति आप में जागृत होने लगेगी ! स्वप्नों में जागृत रहने की क्षमता बढ़ेगी !
शरीर सदैव निरोगी और स्वस्त रहेगा ! दृष्टि प्रबल और तेज़ बनेगी ! अध्यात्मिक विकास होने लगेगा ! और भी बोहोत सारे लाभ आप को देखने मिलेंगे !
जैसे आप त्राटक मैडिटेशन का अभ्यास करते जायेंगे वैसे आप को इसके अनगिनत लाभ मिलते चले जायेंगे !
सुक्ष्म जगत की यात्रा त्राटक मैडिटेशन से संभव है ! त्राटक से हम किसी भी वस्तु को बिना हाथ लगाये एक जगह से दूसरी जगह रख सकते है !
त्राटक मैडिटेशन के प्रयोग से हम अपनी क्षमता को बढ़ा सकते है !
एकाग्रता की शक्ति त्राटक मैडिटेशन से ही बढ़ने लगती है ! त्राटक मैडिटेशन बोहोत महत्वपूर्ण साधना है !
इसकी साधना से हम हर एक इंसान और प्राणी के मन की बात जान सकते है ! दुनिया की सारी तरंगे को देख और महसूस कर सकते है !
त्राटक प्रयोग - 1:ऊपर दिए हुए चक्र के अंदर बिन्दु पर दृष्टि स्थिर कीजिये !
2 : अब बिंदु पर देखते हुए बोलिये ( मैं नींद हूँ ) ! 10 मिनिट तक आप को यह बोलते रहना है बिंदु पर एकाग्र हो कर !
जब आप को नींद आये तो तुरन्त सो जाये ! इसे पता चलेगा की आप ने जो भी बोला वो बात काम करने लगी है ! यह त्राटक मैडिटेशन साधना का पहला चरण है !
अगर 10 मिनिट में नींद नहीं आयी तो फिर से साधना में बैठ जाना ! जब तक नींद नहीं आती तब तक करना है ! फिर दूसरे दिन वापस से साधना शुरू करनी है !
याद रहे की 10 मिनिट में ही नींद आनी चाहिए ! तब तक हर दिन ये प्रयोग आपको करना है ! लाभ - आप जो कहेंगे वो बात सच होने लगेगी !
आप की दृष्टि में आकर्षण की शक्ति बढ़ने लगेगी !
ऊपर दिए हुए चक्र के मध्य बिंदु पर अपनी दृष्टि स्थिर करनी है यह याद रखे !
अनुभव - बिंदु हिलता हुआ दिखाई देगा ! बिंदु मैं रंग दिखाई दे सकते है ! चक्र का रंग बदल सकता है ! चमकीली रौशनी दिख सकती है !
माथे पर खिंचाव और दबाव महसूस हो सकता है !
त्राटक मैडिटेशन की साधना अगला प्रयोग पार्ट 2 में बताया जायेगा !
part - 1
त्राटक मैडिटेशन आप की पूरी ज़िन्दगी बदल सकता है ! आप का दिमाग सुपर पावर का भंडार है ! दिमाग की शक्ति को विकसित करने का आसान तरीका त्राटक है !
त्राटक का मतलब एकटक देखने की विधि है ! ऊपर सम्मोहन चक्र दिया गया है उस चक्र को आपको एकटक बिंदु पर देखना है !
समय पर त्राटक किया जाये तो इसके कई लाभ आप को अपनी लाइफ मे देखने मिलेंगे !
त्राटक से आप की सोचने समझने की शक्ति बढ़ेगी ! सम्मोहन की शक्ति आप में जागृत होने लगेगी ! स्वप्नों में जागृत रहने की क्षमता बढ़ेगी !
शरीर सदैव निरोगी और स्वस्त रहेगा ! दृष्टि प्रबल और तेज़ बनेगी ! अध्यात्मिक विकास होने लगेगा ! और भी बोहोत सारे लाभ आप को देखने मिलेंगे !
जैसे आप त्राटक मैडिटेशन का अभ्यास करते जायेंगे वैसे आप को इसके अनगिनत लाभ मिलते चले जायेंगे !
सुक्ष्म जगत की यात्रा त्राटक मैडिटेशन से संभव है ! त्राटक से हम किसी भी वस्तु को बिना हाथ लगाये एक जगह से दूसरी जगह रख सकते है !
त्राटक मैडिटेशन के प्रयोग से हम अपनी क्षमता को बढ़ा सकते है !
एकाग्रता की शक्ति त्राटक मैडिटेशन से ही बढ़ने लगती है ! त्राटक मैडिटेशन बोहोत महत्वपूर्ण साधना है !
इसकी साधना से हम हर एक इंसान और प्राणी के मन की बात जान सकते है ! दुनिया की सारी तरंगे को देख और महसूस कर सकते है !
त्राटक प्रयोग - 1:ऊपर दिए हुए चक्र के अंदर बिन्दु पर दृष्टि स्थिर कीजिये !
2 : अब बिंदु पर देखते हुए बोलिये ( मैं नींद हूँ ) ! 10 मिनिट तक आप को यह बोलते रहना है बिंदु पर एकाग्र हो कर !
जब आप को नींद आये तो तुरन्त सो जाये ! इसे पता चलेगा की आप ने जो भी बोला वो बात काम करने लगी है ! यह त्राटक मैडिटेशन साधना का पहला चरण है !
अगर 10 मिनिट में नींद नहीं आयी तो फिर से साधना में बैठ जाना ! जब तक नींद नहीं आती तब तक करना है ! फिर दूसरे दिन वापस से साधना शुरू करनी है !
याद रहे की 10 मिनिट में ही नींद आनी चाहिए ! तब तक हर दिन ये प्रयोग आपको करना है ! लाभ - आप जो कहेंगे वो बात सच होने लगेगी !
आप की दृष्टि में आकर्षण की शक्ति बढ़ने लगेगी !
ऊपर दिए हुए चक्र के मध्य बिंदु पर अपनी दृष्टि स्थिर करनी है यह याद रखे !
अनुभव - बिंदु हिलता हुआ दिखाई देगा ! बिंदु मैं रंग दिखाई दे सकते है ! चक्र का रंग बदल सकता है ! चमकीली रौशनी दिख सकती है !
माथे पर खिंचाव और दबाव महसूस हो सकता है !
त्राटक मैडिटेशन की साधना अगला प्रयोग पार्ट 2 में बताया जायेगा !
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